Oracle Database एक रिलेशनल डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) है जिसे Oracle Corporation ने विकसित किया है। यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद डाटाबेस सिस्टम्स में से एक है। इसे खासतौर पर बड़े स्तर पर डेटा को मैनेज करने, स्टोर करने, और जल्दी एक्सेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अब आइए इसे step-by-step विस्तार से समझते हैं:
डाटाबेस क्या होता है?
डाटाबेस एक ऐसा सिस्टम होता है जिसमें हम डेटा को एक संरचित (structured) और व्यवस्थित (organized) रूप में कंप्यूटर में स्टोर करते हैं। जब भी हमें किसी जानकारी को दोबारा प्राप्त करना होता है, तो डाटाबेस की मदद से हम वह डेटा आसानी से और तेज़ी से पा सकते हैं।
शुरुआत में कंप्यूटर केवल वैज्ञानिक गणनाओं के लिए बनाए गए थे, लेकिन समय के साथ इनका उपयोग व्यापार, बैंकिंग, टेलीफोन कंपनियों और सरकारी रिकॉर्ड तक बढ़ गया। जैसे-जैसे डेटा की मात्रा बढ़ती गई, एक ऐसे सिस्टम की ज़रूरत महसूस हुई जो इस बड़े डेटा को अच्छी तरह से संभाल सके।
Flat File सिस्टम की सीमाएं
डाटाबेस से पहले डेटा को फ्लैट फाइल्स में स्टोर किया जाता था, जैसे कि CSV (Comma Separated Values) फाइलें। उदाहरण के लिए:
नाम, उपनाम, फ़ोन
रमेश, शर्मा, 9876543210
सुरेश, वर्मा, 9988776655
इसमें हर पंक्ति (row) एक रिकॉर्ड होती है और हर कॉलम (column) एक जानकारी जैसे नाम, उपनाम, फोन इत्यादि। लेकिन जब डेटा लाखों-करोड़ों रिकॉर्ड तक पहुंच गया, तो इस सिस्टम में कई समस्याएं आने लगीं:
- एक ही व्यक्ति की जानकारी बार-बार दोहरानी पड़ती थी।
- डेटा ढूंढना और अपडेट करना मुश्किल हो जाता था।
- डाटा की शुद्धता और विश्वसनीयता बनाए रखना कठिन होता था।
Relational Model का आविष्कार
1970 के दशक में कंप्यूटर वैज्ञानिक Dr. Ted Codd ने एक नई प्रणाली विकसित की जिसे Relational Model कहा गया। इस मॉडल में डेटा को entities और attributes में बाँटा जाता है।
- Entity का मतलब है – व्यक्ति, वस्तु या स्थान (जैसे – कर्मचारी)।
- Attribute मतलब – उस entity की विशेषताएं (जैसे – नाम, कर्मचारी ID, फोन नंबर)।
उदाहरण:
कर्मचारी (Employee) एक entity है, और उसके attributes हैं:
- कर्मचारी ID
- नाम
- उपनाम
- फ़ोन नंबर
यदि एक कर्मचारी के कई संपर्क (contacts) हैं, तो हम एक “Contact” नाम की दूसरी entity बनाएंगे और इन दोनों के बीच one-to-many संबंध बनाएंगे।
इस मॉडल में:
- Entity = टेबल (Table)
- Attribute = कॉलम (Column)
- Record = रो (Row)
Relational Model की विशेषताएं
- डेटा दोहराव को कम करता है
- डेटा को व्यवस्थित और स्पष्ट रूप से दर्शाता है
- डेटा खोजने, जोड़ने और अपडेट करने को आसान बनाता है
- डेटा के बीच संबंध (Relationship) दर्शाता है
RDBMS क्या है?
RDBMS मतलब Relational Database Management System — एक ऐसा सॉफ्टवेयर जो relational मॉडल पर आधारित डेटा को मैनेज करता है। Oracle Database एक RDBMS है।
दूसरे प्रसिद्ध RDBMS सिस्टम:
- MySQL (Open source, Oracle द्वारा मैनेज किया गया)
- Microsoft SQL Server
- IBM DB2
- PostgreSQL (Open source और उन्नत)
- MariaDB (MySQL का एक विकल्प)
Oracle Database की विशेषताएं (Features)
1. Cross-Platform Support
Oracle विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम्स जैसे Windows, Unix, Linux आदि पर चलता है।
2. नेटवर्किंग क्षमता
Oracle में एक इनबिल्ट नेटवर्किंग सिस्टम होता है जिससे विभिन्न प्लेटफॉर्म्स की एप्लिकेशन आपस में कनेक्ट हो सकती हैं।
3. ACID कम्प्लायंस
Oracle ACID नियमों का पालन करता है जिससे डेटा की विश्वसनीयता और अखंडता बनी रहती है।
4. ओपन टेक्नोलॉजी सपोर्ट
Oracle शुरुआती समय से ही GNU/Linux को सपोर्ट करता रहा है, जब यह एक नया और फ्री प्लेटफॉर्म था।
Oracle Database की संरचनात्मक विशेषताएं
Logical Data Structure
Oracle उपयोगकर्ताओं को डेटा की संरचना को तार्किक रूप से प्रस्तुत करता है, जिससे उन्हें यह जानने की आवश्यकता नहीं होती कि डेटा असल में कहाँ रखा गया है।
Partitioning
बड़ी टेबल्स को छोटे हिस्सों में विभाजित किया जा सकता है, जिससे परफॉर्मेंस में वृद्धि होती है।
Memory Caching
Oracle का caching सिस्टम उच्च प्रदर्शन बनाए रखता है, जिससे डेटा एक्सेस तेज़ी से होता है।
Data Dictionary
Oracle में एक इनबिल्ट Data Dictionary होता है जो डेटा और उसके मेटाडेटा को संरक्षित करता है।
Backup और Recovery
Oracle में RMAN नामक एक शक्तिशाली टूल है जो बैकअप और रिकवरी को आसान बनाता है। चाहे पॉइंट-इन-टाइम रिकवरी हो या पूरी डाटाबेस की बहाली – सब कुछ संभव है।
Clustering (RAC)
Oracle RAC (Real Application Cluster) सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि यदि किसी सर्वर में खराबी आ भी जाए, तो भी आपका सिस्टम लगातार चालू और उपलब्ध रहेगा।
Client-Server Architecture
Oracle Database client-server मॉडल पर कार्य करता है:
- Client: वह एप्लिकेशन या टूल जिससे यूज़र डाटाबेस से इंटरैक्ट करता है। जैसे – SQL Developer या SQL*Plus।
- Server: जहाँ डाटाबेस वास्तव में चलता है, और जिसमें Listener, Oracle Instance और Database होता है।
Client और Server एक ही कंप्यूटर पर भी हो सकते हैं।
Oracle सीखने के लिए क्या ज़रूरी है?
Oracle Database सीखने के लिए आपको चाहिए:
- Oracle Database Server (जैसे Oracle 23ai)
- Client Tool (जैसे SQL Developer)
निष्कर्ष (Conclusion)
Oracle Database एक शक्तिशाली, सुरक्षित और भरोसेमंद डाटाबेस सिस्टम है जो छोटे से लेकर बड़े स्तर के सभी संस्थानों में काम आता है। इसकी संरचना और विशेषताएं इसे अन्य डाटाबेस सिस्टम्स से बेहतर बनाती हैं।
अगर आप एक अच्छा करियर बनाना चाहते हैं या Database Admin, Developer या Analyst के रूप में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो Oracle Database को सीखना एक मजबूत आधार होगा।